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Haridwar
Ganga Ghat
(Chose Tithi) Fri 12th September - Sat 20th September 2025
08
Days
15
Hrs
44
Min
25
Sec
पवित्र गंगा नदी के तट पर स्थित हरिद्वार शब्द का संस्कृत में अर्थ है: भगवान विष्णु और भगवान शिव का प्रवेश द्वार। हरिद्वार में गंगा घाट मृतकों की अस्थियों को गंगा में प्रवाहित करने के लिए जाना जाता है। गंगा घाट में पितृ के निमित्त अर्पण सेवा में भाग लेने से मृत पूर्वजों की आत्माओं को शांति मिलती है, बुरे कर्मों का प्रभाव कम होता है, मोक्ष प्राप्त करने और सभी वित्तीय मुद्दों से छुटकारा पाने में मदद मिलती है। पूर्णिमा अथवा अमावस्या को गंगा स्नान के पश्चात अपने सामर्थ के अनुसार ब्राह्मण को वस्त्र एवं भोजन दान करने का विशेष महत्व है। पूर्णिमा अथवा अमावस्या पर श्रद्धालु पितरों को तर्पण, श्राद्ध, पिंडदान आदि कर्म करते हैं। यदि कोई व्यक्ति पितृ दोष से ग्रसित है; तो गंगा घाट पर पितृ दोष निवारण पूजा में भाग लेकर उनके पूर्वजों की आत्मा को शांति मिलती है।
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